5 Simple Statements About पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग Explained
5 Simple Statements About पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग Explained
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मनीष शर्मा के अनुसार लिंगपुराण और शिवपुराण में पारद शिवलिंग का महत्व बताया गया है। वास्तु में भी पारद शिवलिंग को घर के दोष दूर करने वाला माना गया है।
असे मानले जाते की सोमवारी पारद शिवलिंगाची पूर्ण श्रद्धेने आणि श्रद्धेने पूजा केल्यास भगवान शंकराकडून वरदान मिळते.
नाभि से कुंडलिनि बनकर पार्वती चली नहाने
आध्यात्मिक विकास: स्फटिक शिवलिंग की उपस्थिति से आध्यात्मिक ज्ञान और विकास को बढ़ावा मिलता है।
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पारद एक ऐसा शुद्ध पदार्थ माना गया है जो भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। इसकी महिमा केवल शिवलिंग से ही नहीं बल्कि पारद के कई और अचूक प्रयोगों के द्वारा भी मानी गयी है।
पूजा के दौरान कुबेर देव को धूप-दीप दिखाते हुए “ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:” मंत्र का जाप करें।
ग्रह दोष निवारण: ज्योतिष check here शास्त्र के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।
इसके पश्चात भगवान का पंचोपचार पूजन करें। इसमें गंध, पुष्प, धूप, दीप और तुलसी के साथ नैवेद्य को शामिल करें।
१०० अश्वमेघ यज्ञ , चार धाम यात्रा , एक लाख गायीचे दान , केल्याने जे फळ मिळते ते एकट्या पारद शिवलिंगाच्या पूजनाने मिळेल.
अगर आपका पारद शिवलिंग नकली है तो यह सोने के साथ कोई क्रिया नहीं करेगा और सोना जैसे का तैसा ही रखा रहेगा।
पारद शिवलिंगाला एक वरदान मानले जाते. या लिंगची पूजा केल्याने धन, आरोग्य, ज्ञान आणि ऐश्वर्य मिळते अशी मान्यता आहे.